महात्मा विदुर का नाम महाभारत में एक ज्ञानी, नीति-पुरुष और धर्म के गहरे जानकार के रूप में लिया जाता है। उनकी कही हुई बातें आज भी जीवन के हर क्षेत्र में मार्गदर्शन करती हैं। विदुर नीति में न सिर्फ राजनीति बल्कि जीवन के सिद्धांत भी बताए गए हैं। और महिलाओं से जुड़े कई रोचक विचार और सीख भी दी गई हैं। जो आज भी प्रासंगिक हैं।
आइए जानते हैं। महात्मा विदुर के अनुसार महिलाओं से जुड़ी कुछ खास बातें। जो सभी को जाननी चाहिए।
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महात्मा विदुर से जाने महिलाओं के गुण। |
1. स्त्री घर की लक्ष्मी होती है:-
महात्मा विदुर जी के अनुसार, घर में स्त्री का होना लक्ष्मी के आगमन के समान है। जहां स्त्रियों का सम्मान और आदर होता है। वहां सुख, शांति और समृद्धि बनी रहती है।
2. स्त्री के आंसुओं को कभी हल्के में न लें:-
विदुर नीति कहती है। कि स्त्री का आंसू बहुत शक्तिशाली होता है। जब वह दुखी होती ह। तो उसका असर पूरे परिवार और घर की शांति पर पड़ता है। इसलिए स्त्री के भावनात्मक सम्मान की रक्षा करना पुरुष का पहला कर्तव्य है।
3. स्त्री की निष्ठा घर को स्वर्ग बनाती है:-
महात्मा विदुर मानते थे। कि स्त्री की निष्ठा और त्याग से ही परिवार एकजुट और खुशहाल रह सकता है। यदि पत्नी धर्मपरायण और सद्गुणों से युक्त हो, तो वह अपने पति और परिवार को हर कठिनाई से उबार सकती है।
4. क्रोधी या कटु वचन बोलने वाली स्त्री से सावधान:-
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क्रोधी और कटु वचन बोलने वाले महिलाओं से सावधान। |
विदुर नीति में उल्लेख है। कि कटुभाषी, आलसी और सदैव क्रोधित रहने वाली स्त्री न सिर्फ अपने लिए बल्कि पूरे परिवार के लिए अशांति का कारण बनती है। ऐसे स्वभाव से परिवार का सामंजस्य टूट जाता है।
5. स्त्री के मन को जीतना, सबसे बड़ी सफलता:-
महात्मा विदुर जी कहते हैं। कि स्त्री के मन को जीतने वाला पुरुष जीवन में हर सफलता प्राप्त कर सकता है। उसका विश्वास और सहयोग पाकर कोई भी पुरुष अपने सपनों को साकार कर सकता है।
6. स्त्री का अपमान करना महापाप है:-
विदुर नीति के अनुसार, जो पुरुष स्त्रियों का अपमान करता है। वह कभी सुखी नहीं रह सकता। ऐसे घर-परिवार और समाज में न तो शांति टिकती है। और न ही भगवान की कृपा प्राप्त हो पाती है। इसलिए हर हाल में स्त्रियों का सम्मान करना चाहिए।
निष्कर्ष:-
महात्मा विदुर ने अपने अनुभव और ज्ञान से हमें यह सिखाया है। कि महिला सिर्फ परिवार की शोभा ही नहीं। बल्कि उसकी धुरी होती है। उनका सम्मान, आदर और विश्वास बनाए रखना ही परिवार और समाज के लिए सबसे बड़ा धर्म है।
By:- --deobrat bhaskar
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