Raksha bandhan:बदलते समय के साथ रक्षाबंधन की कुछ रोचक बातें
राखी सिर्फ एक धागा नहीं है, यह एक एहसास है। प्यार का, सुरक्षा का, और अटूट भरोसे का। रक्षाबंधन सिर्फ भाई-बहन का त्योहार नहीं, बल्कि एक ऐसा पर्व है ,जो भारतीय संस्कृति की जड़ों में बसा है, जहां भावनाएं शब्दों से ज़्यादा बोलती हैं। आईए जानते हैं रक्षाबंधन का कुछ रोचक इतिहास।
 |
| रक्षाबंधन के कुछ रोचक तथ्य |
रक्षाबंधन का इतिहास:-
रक्षाबंधन का उल्लेख प्राचीन ग्रंथों और कथाओं में मिलता है। कहा जाता है कि द्रौपदी ने श्रीकृष्ण को राखी बांधी थी और बदले में कृष्ण ने वचन दिया था। कि वो हर संकट में उसकी रक्षा करेंगे। एक अन्य कथा के अनुसार, जब चित्तौड़ की रानी कर्णावती ने मुग़ल बादशाह हुमायूं को राखी भेजी, तो उसने अपनी सेना के साथ उसकी रक्षा की थी।
इससे पता चलता है कि रक्षाबंधन केवल खून के रिश्ते तक सीमित नहीं है। यह विश्वास, सम्मान और सुरक्षा की परंपरा निभाता है।
भाई-बहन का बंधन: - मज़ाक, लड़ाई और प्यार
भाई-बहन का रिश्ता शायद दुनिया का सबसे अनोखा रिश्ता होता है। कभी लड़ाई, कभी नोंकझोंक तो कभी बिना कहे समझ जाने वाला प्यार। रक्षाबंधन उन सभी मीठी यादों को एक बार फिर ताज़ा करता है, जब बहन राखी बांधती है और भाई वचन देता है,कि वो उसकी रक्षा करेगा। हर परिस्थिति में।
बदलते समय के साथ रक्षाबंधन में बदलाव:-
 |
हैप्पी रक्षाबंधन
|
आज के दौर में रक्षाबंधन ने नई परिभाषाएं भी ले ली हैं। अब बहनें भी अपने भाइयों की रक्षा के लिए कमर कसती हैं। कई जगह बहनें भी भाइयों को उपहार देती हैं। और कुछ परिवारों में तो बहनें एक-दूसरे को भी राखी बांधती हैं। ये जताने के लिए कि "मैं हमेशा तेरे साथ हूं।"
रक्षाबंधन अब लैंगिक सीमाओं से ऊपर उठकर एक भावनात्मक रिश्ते का प्रतीक बन चुका है।
इस रक्षाबंधन पर कुछ अलग करें:-
एक वादा सिर्फ रक्षा का नहीं, सम्मान का भी करें।
बहनों की इच्छाओं, करियर और सपनों का समर्थन करें।
राखी के साथ एक चिट्ठी या प्यारा सा नोट दें। जो दिल से निकला हो।
उन बहनों को भी याद करें। जो दूर हैं, उन्हें एक वीडियो कॉल या पत्र भेजें।
निष्कर्ष:-
रक्षाबंधन सिर्फ एक त्योहार नहीं, एक भावना है। यह हमें याद दिलाता है। कि हम एक-दूसरे के लिए क्या मायने रखते हैं। तो इस रक्षाबंधन पर सिर्फ धागा न बांधे, बल्कि रिश्तों को गहरा और मजबूत करने का एक नया संकल्प लें।
By:--deobrat bhaskar sharma
0 टिप्पणियाँ