15 अगस्त:- ये सिर्फ़ आज़ादी का ही दिन नहीं, बल्कि देश के प्रति जिम्मेदारी निभाने के लिए खुद से एक वादा करने का भी दिन है।
हर साल 15 अगस्त को हम झंडा फहराते हैं, राष्ट्रगान गाते हैं। और देशभक्ति के गीतों में डूब जाते हैं। लेकिन क्या यह दिन सिर्फ़ एक छुट्टी या रस्म अदायगी है? असल में यह दिन हमें याद दिलाता है कि आज़ादी सिर्फ़ एक उपहार नहीं, बल्कि एक जिम्मेदारी भी है।
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| हैप्पी इंडिपेंडेंस डे |
1. आज़ादी का मतलब सिर्फ़ अंग्रेज़ों से आजादी नहीं है:-
1947 में हमने विदेशी शासन से मुक्ति पाई, लेकिन आज़ादी का असली मतलब है। हमारे जीवन में डर, भेदभाव, भ्रष्टाचार और सामाजिक बुराइयों से भी मुक्त होना। अगर समाज में अब भी नफरत, जातिवाद या महिला असुरक्षा है, तो हमें सोचना चाहिए कि हमारी आज़ादी अधूरी है।
2. आज़ादी का नया चेहरा - डिजिटल स्वतंत्रता:-
आज के समय में हमारी आज़ादी सिर्फ़ सड़कों पर ही नहीं, बल्कि इंटरनेट पर भी परखी जाती है। फेक न्यूज़, ऑनलाइन ठगी और साइबर बुलीइंग से बचना भी आधुनिक भारत की जिम्मेदारी है।
3. देश के युवा शक्ति - असली स्वतंत्रता सेनानी:-
आज के युवा अगर भ्रष्टाचार के खिलाफ़ खड़े हों, पर्यावरण बचाने के लिए काम करें और इनोवेशन लाएं, तो यह भी देशभक्ति है। आज़ादी को बनाए रखना केवल भारतीय सेना का नहीं, हर नागरिक का कर्तव्य है।
4. 15 अगस्त को प्लास्टिक फ्री तिरंगे से जश्न मनाएं: -
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प्लास्टिक फ्री तिरंगे के साथ जश्न मनाएं
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हर साल झंडे के नाम पर हज़ारों प्लास्टिक के तिरंगे कूड़े में मिल जाते हैं। क्यों न इस 15 अगस्त को पर्यावरण के लिए भी एक कदम बढ़ाएं और तिरंगे को सम्मानपूर्वक इस्तेमाल करें।
5. देशभक्ति सिर्फ विशेष दिन ही नहीं, रोज़ाना का व्यवहार में दिखाना: -
सच्ची देशभक्ति सिर्फ़ भाषणों या पोस्टरों में नहीं, बल्कि रोज़मर्रा की आदतों में होनी चाहिए। जैसे:- देश के हर काम के प्रति ईमानदारी, संवैधानिक नियम का पालन, समय पर टैक्स देना, और देश की संपत्ति का सही उपयोग करना।
निष्कर्ष:-
15 अगस्त सिर्फ़ अतीत की याद नहीं, बल्कि भविष्य के लिए संकल्प लेने का दिन है। आइए इस दिन को सिर्फ़ झंडा फहराकर ही नहीं, बल्कि देश हित के प्रति सच्ची संकल्प के साथ 15 अगस्त का उत्सव मनाए।
जय हिंद जय भारत
By:--deobrat bhaskar sharma
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