आषाढ़ पूर्णिमा सनातन धर्म के अनुसार एक विशेष दिन माना जाता है। हमारे वैदिक पंचांग के अनुसार, इस बार 2025 में आषाढ़ पूर्णिमा का आरंभ 10 जुलाई रात 1:36 पर होगी, वहीं पूर्णिमा का समापन 11 जुलाई रात 2:06 पर होगी। इसलिए इस बार पूर्णिमा 10 जुलाई को मनाई जाएगी।
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| भगवान विष्णु माता लक्ष्मी |
आषाढ़ पूर्णिमा के दिन विशेष स्नान ,दान ,व्रत और पूजा आदि धार्मिक कार्यों का बड़ा महत्व है। आषाढ़ पूर्णिमा के तिथि को गुरु पूर्णिमा के रूप में मनाया जाता है। आषाढ़ पूर्णिमा में धन से संबंधित कुछ धार्मिक कार्य तथा कुछ अन्य उपाय अवश्य करनी चाहिए। आईए उन कार्यों के बारे में जाने। * मां लक्ष्मी तथा भगवान विष्णु की पूजा करें :-- आषाढ़ पूर्णिमा को मां लक्ष्मी तथा भगवान विष्णु की एक साथ पूजा करें। तुलसी, केसर मिस्त्री जल, पीले पुष्प और अक्षत से पूजा करें। और सामने दीप प्रज्वलित करें। ( ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः ) मंत्र का जाप 108 बार अवश्य करें। इसके बाद आरती करें। * धन की वृद्धि के लिए हल्दी और चावल के कुछ उपाय: - थोड़ी सी चावल और एक सिक्का और थोड़ी सी हल्दी को एक सफेद कपड़े में बांधकर तिजोरी में रखें। या जहां आप पैसा रखते हैं उसे स्थान पर रखें। इस कार्य को करने से धान में वृद्धि होती है।  |
| भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी |
*गुड और रोटी गाय को खिलाएं:- संभव हो तो सुबह गेहूं की रोटी गाय को खिलाएं। और इस कार्य को करने से मान्यता यह है कि मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है। और घर में धन की हमेशा वृद्धि होती रहती। धन कुबेर यंत्र को स्थापित करें:-  |
| धन कुबेर यंत्र |
धन कुबेर यंत्र को घर के मंदिर या तिजोरी या जहां धन रखते हैं ,वहां पर स्थापित कर दें। यंत्र को कुमकुम,अक्षत और पीला पुष्प चढ़कर पूजन करें। *पीपल वृक्ष के नीचे जलता हुआ दीपक रखें:-
संध्या के समय पीपल के पेड़ के पास जाएं, और उसे पेड़ के नीचे सरसों के तेल का दीपक जलाएं। और सात बार परिक्रमा करें। इससे शनि दोष दूर होता है। और धन की समस्या से मुक्ति मिलती है। *नमक का उपाय: - एक कटोरा में सेंधा नमक रखें और उस कटोरी को अपने घर के उत्तर पूरब दिशा यानी ईशान कोण में रखें। इससे नकारात्मक ऊर्जा खत्म होती है। और धन संबंधी कार्य में रुकावट भी खत्म होती है। *घर के मुख्य दरवाजे पर दीपक जलाएं: -
रात को अपने घर के मुख्य दरवाजे पर, दोनों ओर मां लक्ष्मी का स्मरण करते हुए दीपक जला कर मां लक्ष्मी का स्वागत करें। और उसी समय ( ॐ श्रीं महालक्ष्म्यै नमः ) मंत्र का जाप करें। *एकाक्षी नारियल:- एक पीले कपड़े लेकर उसमें एकाक्षी नारियल को लपेटकर तिजोरी में रखें। इस कार्य को करने से या मानता है कि स्थाई धन का आगमन होता है।  |
| एकाक्षी नारियल |
इस प्रकार आषाढ़ पूर्णिमा में मां लक्ष्मी तथा भगवान विष्णु का पुजा अर्चना करके तथा कुछ धार्मिक उपाय करके मां लक्ष्मी का कृपा प्राप्त कर सकते हैं। और धन-धान्य की वृद्धि करके जीवन को सुख में बना सकते हैं। Also read:- क्या अंतर है गुरु पूर्णिमा और आषाढ़ पूर्णिमा में Disclaimer (अस्वीकरण):--इस लेख में दी गई जानकारी सनातन वैदिक ग्रंथ ज्योतिषी आदि, तथा वास्तु शस्त्र और समान्य मान्यताओं पर आधरित है यहां दी गई जानकारी की सटीकता और संपूर्णता के लिए (जरूरी बातें ) उत्तरदायित्व नहीं होगा। By:-Deobrat Bhaskar Sharma
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