1. जीवन में किसी भी परिस्थिति का खुद उत्तरदाई ठहराएं:-
हमारे जीवन में जो कुछ भी समस्या सामने आती है। तो उसकी जिम्मेदारी अपने आप को दें। किसी भी दूसरे व्यक्ति को उस समस्या की जिम्मेदारी ना दें। और यह मन मे ना सोचे की किसी और के वजह से ऐसी स्थिति आ गई है।
जब आप किसी भी समस्या का जिम्मेदार खुद लेंगे, तो आगे जीवन में फिर गलती कम से कम करेंगे। और फिर दुबारा वैसी स्थिति नहीं आएगी।
2. समस्या के बजाय समाधान की ओर ही देखना चाहिए:-
जब भी आपके जीवन में समस्या आती है, तो कुछ लोग अपने आप को कोसने लगते हैं। ओर मन में नकारात्मक सोच आ जाती है। ऐसी स्थिति में घबराना नहीं चाहिए। बल्कि मन को शांत करके समाधान पर विचार करना चाहिए।
3. जीवन में बदलाव से नहीं डरना चाहिए: -
यह संसार परिवर्तनशील है। परिवर्तन होना ही एक प्राकृतिक गुण है। इसीलिए जीवन में बदलाव आना तो निश्चित है। इसलिए परिवर्तन से घबराना नहीं चाहिए बल्कि उसे अपनाना चाहिए। और जीवन में आगे बढ़ना चाहिए।
4. हमेशा सकारात्मक सोच रखें: -
बहुत से लोग सकारात्मक सोच नहीं रख पाते हैं। ज्यादातर व्यक्ति छोटी सी असफलता में ही तुरंत अपने अंदर नकारात्मक सोच को ले आती है। इससे जीवन में बहुत ज्यादा परेशानी का सामना करना पड़ता है। वह व्यक्ति जो नकारात्मक सोच रखता है ,वह कदम कदम पर हार का सामना करना पड़ता है। इसलिए हमेशा सकारात्मक सोच रखना चाहिए। और जीवन में असफलता से घबराना नहीं चाहिए।
5. समय का सदुपयोग करना चाहिए:-
समय सबसे ज्यादा कीमती है। समय का सदुपयोग हर व्यक्ति को करना चाहिए। जो व्यक्ति समय की कदर नहीं करता है,वह हमेशा जीवन में पछताते है। इसलिए समय को इस्तेमाल करना सीख लीजिए।
6. जो वक्त बीत गया उसे पर ज्यादा विचार न करें:-
जीवन में जो वक्त बीत गया हो उस पर ज्यादा विचार नहीं करना चाहिए। सिर्फ जो आपने पिछले समय में गलती की है। उसी गलती पर विचार करके हमेशा वर्तमान में यह बात सोच के जीना चाहिए कि अब वह ग़लती दुबारा न हो।
7. अपना तुलना किसी दूसरे से नहीं करना चाहिए:-
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| कभी भी दूसरे से तुलना न करें |
जीवन में अपना तुलना किसी दूसरे से करने के बजाय खुद से करना चाहिए। अर्थात आप पहले जैसे थे, अभी वर्तमान में कैसे हैं, इस बात से तुलना करना चाहिए। और हमेशा अपने आप को पहले के अपेक्षा और बेहतर बनाते रहे। इससे आपका जीवन पहले से अच्छा होता चला जाएगा।
8. असफलता को एक सीख कि तरह लें:-
जीवन में जब भी असफलता मिले तो उससे घबराने के बजाय एक नया सीख लेना चाहिए। क्योंकि और असफलता जीवन का अंत नहीं है। और असफलता से सीख लेकर फिर एक नया शुरुआत करनी चाहिए।
9. ईर्ष्या न करें:-
जीवन में कभी भी दूसरे की सफलता से या दूसरे का धन को देखकर कभी भी ईर्ष्या नहीं करना चाहिए। ईर्ष्या करने से अपने खुद के कम पर सही तरह से ध्यान नहीं दे पाता हैं। जिसके चलते ईर्ष्या करने वाला व्यक्ति कभी भी सफल नहीं हो पाता है। उसका मन भी अशांत रहता है।
10. हमेशा ईश्वर का आभार व्यक्त करें: -
जीवन में जो कुछ भी आपके पास है। उसका आभार ईश्वर के सामने जरुर प्रकट करें। कभी भी ईश्वर से शिकायत नहीं करना चाहिए। क्योंकि ईश्वर सर्वज्ञ है ,सर्वज्ञात है। उसे सब पता है की आपको क्या चाहिए, और क्या नहीं। इसलिए ईश्वर को हर रोज धन्यवाद करें और नई ऊर्जा के साथ नए दिन की शुरुआत करें।
निष्कर्ष: -
जीवन में ये 10 बातें अपनाइए और अपने सोच को बदलना शुरू कीजिए। आपका जीवन बदलना शुरू हो जाएगा। शुरुआत आज और अभी से करें।
By:- deobrat bhaskar sharma
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